कौन कहता है मेहनत करने वालों की जीत नहीं होती अगर मेहनत सच्ची हो तो हार भी नहीं होती यह पंक्ति तो आपने सुनी होगी इस पंक्ति में जितना मोटिवेशन है, शायद ही किसी और पंक्ति में होगा इसी पंक्ति की वजह से आज बिहार के प्रदीप सिंह यूपीएससी जैसी परीक्षा को फर्स्ट टाइम में ही पास कर एक अलग ही मिसाल पेश कर चुके हैं, बिहार के एक छोटे से गांव के गोपालगंज के रहने वाले प्रदीप सिंह अभी हाल ही में काफी ज्यादा चर्चा में आ गए हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि प्रदीप सिंह ने अभी हाल ही में यूपीएससी जैसे परीक्षा को फर्स्ट टाइम में ही पास कर लिया है जिसके बाद प्रदीप सिंह काफी ज्यादा छा गए हैं, युवकों के लिए प्रदीप सिंह एक सपना बन चुके हैं तो आइए जानते हैं प्रदीप सिंह की पूरी कहानी।
पिता के तानो ने बदल दी पूरी जिंदगी फर्स्ट अटेम्प्ट में ही यूपीएससी जैसी परीक्षा को कर डाला पास
यूपीएससी जैसे परीक्षा को पहली बार में पास कर पाना ही नहीं बल्कि कई अटेम्प्ट में पास कर पाना छात्रों के लिए बेहद मुश्किल है, यूपीएससी भारतवर्ष का सबसे कठिन और सबसे मुश्किल एग्जाम है वैसे तो इस एग्जाम को पास करने के लिए कई विद्यार्थी द्वारा इसमें कड़ी मेहनत की जाती है लेकिन इस कड़ी मेहनत का फल केवल कुछ ही विद्यार्थियों को मिल पाता है आज हम आपको एक ऐसे विद्यार्थी से मिलाने जा रहे हैं, जिन्होंने यूपीएससी जैसे एग्जाम को फर्स्ट अटेम्प्ट में ही पास करके एक अलग ही मिसाल पेश कर दी है, यह विद्यार्थी और कोई नहीं बल्कि खुद प्रदीप सिंह है प्रदीप सिंह के पिता ने प्रदीप सिंह को काफी ताने मारे जिसकी वजह से आज प्रदीप सिंह यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को कुछ ही क्षणों में पास कर गए।
इंटरव्यू के दौरान प्रदीप सिंह ने बताई अपनी जर्नी
प्रदीप सिंह जो कि अभी हाल ही में यूपीएससी जैसे परीक्षा को पास करके अपने सपनों की कुर्सी के खुद मालिक बन गए हैं, अभी हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान प्रदीप सिंह ने अपनी जर्नी सभी लोगों के सामने शेयर किया जिसमें प्रदीप सिंह ने काफी बातें बताइए और उन्होंने बताया है, कि अगर आपका जज्बा है अगर कुछ करने का तो आप कुछ भी कर गुजर सकते हैं यह सब कहते हुए प्रदीप सिंह ने एक और बात बताएं जिसमें उन्होंने कहा कि हम मन के हारे हार है, मन के जीते जीत जो मेहनत करेगा वही अपनी सफलता का सेहरा अपने सर के ऊपर से जाएगा यह कहते हुए प्रदीप सिंह ने अपनी जीवनी बताएं उन्होंने कहा कि वह बेहद ही आर्थिक परिवार से थे, उनके पिता एक किसान थे प्रदीप सिंह की पढ़ाई के लिए पिता ने उनका घर तक बेच दिया था और आज प्रदीप सिंह अपने पिता की बदौलत यूपीएससी जैसे परीक्षा को पास कर पाए।